हमारे देश को आज़ाद हुवे 64 साल हो गए जिसके चलते कल पूरे भारतवर्ष में स्वाधीनता दिवस मनाया गया......!!!
विश्वास नहीं होता है की आजादी और गुलामी में कुछ फर्क है भी या नहीं.....
क्योंकि सवाल ये उठता है अगर हम आज़ाद हुए है तो क्या यही वो आज़ाद भारत है जिसका सपना लालाजी, तिलक साब, शहीद भगत सिंह जी, राजगुरु और अन्य क्रन्तिकारिये ने देखा था और आजादी पाने के एवज में शहीद हो गए थे..... और अगर गुलाम है तो फिर कहने के लिए कुछ भी नहीं है....
कहने के लिए तो हमारे देश में लोकतंत्र नाम कि चीज है, पर हम आज भी गुलाम है उसका अच्छा सा उदाहरण भारत सरकार ने दे दिया है, लोकतंत्र का गला घोंट कर.....
(1) आज सुबह ही दिल्ली पुलिस द्वारा अन्ना हजारे और उनके साथी कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल को सुबह पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार इलाके में स्थित शांति भूषण के फ्लैट से हिरासत में ले लिया गया. उनकी एक और साथी कार्यकर्ता किरण बेदी जो की स्वयं भी आई.पी.एस. अधिकारी रह चुकी है, को राजघाट से हिरासत में लिया गया......!!! लेकिन अब यह आंदोलन रुकने जैसा नहीं है.. हमें यह लड़ाई हर हाल में और हर कीमत पर जारी रखनी है, लेकिन आंदोलन को हिंसक तरीके से नहीं बल्कि अहिंसा के रास्ते पर चलते हुए पूरा करना है. किसी भी प्रकार कि सार्वजनिक या निजी संपत्ति का नुकसान नहीं पहुंचाते हुए पूरा करना है... इस बात को ध्यान में रखें कि यह लड़ाई परिवर्तन की है. जब तक परिवर्तन नहीं आयेगा हमें सही मायने में गणतंत्र और लोकशाही हासिल नहीं होगी…..!!!! रही सही कसर दिल्ली पुलिस ने पूरी कर दी.... उनका कहना है कि अन्ना व उनके समर्थको को गिरफ्तार करने का हमारे पास ऊपर से आदेश है.... तो फिर यहाँ पर भी एक सवाल ये उठता है कि आप लोग कानून के रखवाले हो या ऊपर जो नेता लोग बैठे है उनके नौकर.... अगर नेताओ के नौकर हो तो फिर बड़ी शर्मनाक स्थिति है ये तो.... आप पर भरोसा कैसे किया जाए...
(2) इस सब से परे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कल जयपुर में झंडा रोहण के दोरान कहा है कि भ्रष्टाचार का मुददा देश, दुनिया में प्रमुख समस्या के रूप में उभर कर सामने आ रहा है. आमजन जागरूक रहकर अपनी भागीदारी निभाये तो निश्चित रूप से भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा. गहलोत ने ये भी कहा कि स्वतंत्रता दिवस हमें सभी कठिनाइयों से जूझते हुए भविष्य की चुनौतियों का एकजुट होकर मुकाबला करने का सन्देश देता है ऐसे में हम आंतक फैलाने वाली ताकतों को मुहतोड जवाब देने का संकल्प ले. देश के समक्ष आतंकवाद, नक्सलवाद, साम्प्रदायिकता, जातिवाद और भ्रष्ट्राचार से निपटने की चुनौतियां खडी हैं. हम देश में आंतक फैलाने वाली एवं राष्ट्रीय एकता को नुकसान पंहुचाने वाली ताकतों का डटकर मुकाबला करने का संकल्प लेना चाहिए। अगर वो इसे मिटने कि बात करते है तो फिर हमारे देश कि सरकार को क्या तकलीफ है...या हम ये मान ले कि श्रीमान गहलोत कोंग्रेस सरकार से सम्बन्ध नहीं रखते....
(3) भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अन्ना हजारे को हिरासत में लिये जाने पर कहा कि ‘मुझे इस घटनाक्रम पर कोई आश्चर्य नहीं हुआ है. सरकार इसी दिशा में आगे बढ़ रही है. वह भ्रष्टाचार से निपटने और जिम्मेदारी स्वीकार करने की बजाए बली का बकरा ढूंढ रही है और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन पर अंकुश लगा रही है.’
(4) कोंग्रेस सरकार मंत्री अम्बिका सोनी जी ने कहा कि कानून सब के लिए बराबर है.... यहाँ पर ये सवाल उठता है कि कानून तोडा ही किसने है... लोग शांतिपूर्वक अपना रोष जाता रहे है और अपने हक कि मांग कर रहे है... इसमें कोनसा कानून टूट गया... इसका मतलब तो ये ही हो सकता है कि अम्बिका जी कानून जयादा जानती है जबकि किरण बेदी जो की स्वयं भी आई.पी.एस. अधिकारी रह चुकी है, कानून को बिलकुल भी नहीं जानती.. शर्म तक नहीं आती इन नेता लोगो को जो स्वयं तो गले तक भ्रष्ट्राचार से लिप्त है और दुसरो को शिक्षा दे रहे है....
(5) देशभर में जो आंदोलन की लहर दिखाई पड़ रही है उससे क्या लगता है. देश के करीब हर कोने में लोग सड़कों पर उतर आए हैं. लोग हाथों में तख्तियां लिए और अन्ना के समर्थन में 'अन्ना तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं' के नारे लगार विरोध प्रदर्शन करते नजर आए. इसी तरह समूचे भारत में भ्रष्ट्राचार के खिलाफ लोग सडको पर उतर आये हैं....!!!!
अपना और अपने देश के स्वाभिमान को बचाएं.... जय हिंद.... जय भारत....
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