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Friday, 2 September 2011

कुछ विशेष झलकियाँ टीम अन्ना से सम्बंधित ....!!!!

(१)    आयकर विभाग ने अन्ना के प्रमुख सहयोगी अरविंद केजरीवाल को नोटिस भेज बकाया 9 लाख रूपए मांगे हैं। यह नोटिस अन्ना के आंदोलन से करीब एक हफ्ते पहले भेजा गया था। केजरीवाल ने फरवरी
2006 में  भारतीय राजस्व सेवा से इस्तीफा दे दिया था लेकिन आयकर विभाग ने अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। विभाग अभी तक उनको सरकारी कर्मचारी ही मानता है। विभाग का मानना है की केजरीवाल का इस्तीफा तभी स्वीकार किया जाएगा जब वो बकाया राशि का भुगतान कर देंगे। केजरीवाल ने किसी भी शर्त का उल्लंघन करने से इनकार किया है। केजरीवाल ने नोटिस जारी किए जाने के समय को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं तथा गुरूवार को भेजे अपने जवाब में केजरीवाल ने कहा है कि उन्होंने किसी बॉन्ड शर्त का उल्लंघन नहीं किया है
इससे तो ऐसा लगता है की शायद सरकार ने धीरे धीरे अन्ना की टीम के सदस्यों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है!!!!!

(२)    दूसरी तरफ टीम अन्ना कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के उस सुझाव से सहमत है जिसमें लोकपाल को चुनाव आयोग की तर्ज पर संविधानिक दर्जा देने की बात कही गई थी। अरविंद केजरीवाल ने एक साक्षात्कार में बयान दिया था कि टीम अन्ना को राहुल गांधी के सुझाव से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन लोकपाल को संविधानिक दर्जा देने के लिए संविधान में संशोधन की जरूरत होगी। संविधान में संशोधन के लिए संसद के दोनों सदनों में दो तिहाई बहुमत की जरूरत होगी। । उन्होंने कहा की राहुल गांधी का सुझाव काफी अच्छा है लेकिन जनलोकपाल बिल को पारित कराने में देरी नहीं होनी चाहिए।

(३)    सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे पर टिप्पणी को लेकर सिविल सोसायटी के सदस्य उनसे काफी नाराज थे। इसी नाराजगी के चलते मनीष तिवार ने खुद को समिति से अलग कर लिया। मनीष तिवारी ने कहा कि वह मजबूत और सशक्त लोकपाल बिल के पक्ष में हैं। बिल को लेकर जारी चर्चा पर वह कोई विवाद की छाया नहीं पड़ने देना चाहते। वैसे तो हम सभी जानते है की मनीष तिवारी जी ने अन्ना के खिलाफ तुम-तड़ाक की भाषा का इस्तेमाल करते हुए उन्हें ऊपर से नीचे तक भ्रष्ट करार दिया था। बाद में उन्होंने इस वाक्य के लिए माफी भी मांग ली थी।

(४)    ये भी हम सभी ने देखा है की किस तरह स्वामी अग्निवेश ने केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल से फोन पर बातचीत के दौरान टीम अन्ना को पागल हाथी कहा था उनकी इस दगाबाजी से अन्ना हजारे के सहयोगी भड़क गए हैं।टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने कहा है कि अग्निवेश रंगे हाथों पकड़े गए हैं तथा उन्होंने ये अनैतिक काम किया है और स्वामी अग्निवेश ने पहले भी टीम अन्ना को तोड़ने की कोशिश की थी!!!  स्वामी अग्निवेश ने इस वीडियो को फर्जी बताया है। उनका कहना है कि यह वीडिया कट, कॉपी और पेस्ट कर के बनाया है। अग्निवेश ने इस बात से भी इनकार किया है कि वो कपिल सिब्बल से बात कर रहे थे, बल्कि वो तो कपिल महाराज से बात कर रहे थे। अगर उनके मोबाइल फ़ोन की काल हिस्ट्री निकाली जाए तो फिर कहाँ कहाँ अपना मुंह छुपायेंगे वो...!!! ये घटना उस वक़्त की है जब अन्ना हजारे ने सरकार से वार्ता के लिए किरण बेदी और केजरीवाल को भेजा था। इससे अग्विनेश काफी नाराज हो गए थे। लोकसभा की अनशन तोड़ने की अपील के बाद भी जब अन्ना ने अनशन तोड़ने से इनकार कर दिया तो स्वामी अग्निवेश और भड़क गए और टीम अन्ना से अलग हो गए। इसी वजह से उन्होंने किरण बेदी और अरविंद केजरीवाल पर अन्ना हजारे को बहकाने का आरोप भी लगाया था।

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